धनिया की खेती धनिया की खेती की बिजनेस कैसे करे? हाइब्रिड धनिया का बिज धनिया का उन्नत किस्मे धनिया का उन्नत खेती धनिया का खेती से लाभ
धनिया की खेती की बिजनेस कैसे करे?-2022 (How Start Coriander Farming Business in Hindi?)
“धनिया की खेती की बिजनेस कैसे करे?” इस आर्टिकल में आज हाम धनिया की खेती से जुढ़े सारे जानकारी देंगे| दैनिक आहार में सब्जी को खाने में राखना बहती जरूरी होता है, सब्जी के अन्दर बहुत सारे पोषण गुण जेसा विटामिन्स , मिनारेल्स मिलता है| हमलोग दैनिक आहार में बिभिन्न प्रकार का सब्जी हामलोग खाते है |कुछ सब्जी खाना पाकाके और कुछ सब्जी काच्चे खाते है | धनिया एक हरबाल सब्जी है, धनिया का आयुरबेदिक औशोधी गुण बहुत जादा है| इसको दुसरा सब्जी के साथ मशाले के रूप में खाना पाकाके सेबन कर सकते है और इसका पौधा का पत्ते को काच्चा भी खा सकते है, और सब्जी बनाके भी खाते है, और या बहती सुगंधी और स्वादिस्ट है| भारत में धनिया का बाजार बहुत बढ़ा है |
धनिया की खेती की बिजनेस कैसे करे?( How Start Coriander Farming Business in Hindi?)
धनिया की खेती की बिजनेस सफल रूप में करने के लिय इसका जलबायु , खेती का तरिका , खेती का समय सारे कुछ जानना पढ़ेगा| तब आप एक सफल रूप में बिज़नस कर सकते है | इस आर्टिकल में हाम इस सारे बीसय में चर्चा करेंगे |
दुनिया में धनिया की खेती सबसे जादा कहा होता है ? ( Largest Production of Coriander in World in Hindi?)
दुनिया में भारत में धनिया का सबसे जादा उत्पादन होता है| दुनिया का लोग्भोग 80% धनिया भारत में होते है| भारत के बाद चीन, अफगानिस्थान, इन्दोनेशीया , ईरान, बुल्गेरिया में भी धनिया का उत्पादन होती है|
भारत में धनिया की खेती मुख्य रुपमे राजस्थान, आन्ध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, उत्तर प्रदेश तथा कर्नाटक में की जाती है| और बहुत सारे लोग इस राज्य में धनिया की खेती की बिजनेस करते है |
धनिया की खेती का बिज़नस का संभाबना कितना है? ( How Potential of Coriander Farming in Hindi?)
धनिया एक हर्बाल सब्जी है | इसे मूल रुपमे मशाला, सब्जी, और ओशोधी के रूप में उपयोग किया जाते है| आप अगर क्रिशिकाज में खुद का एक बिज़नस शुरू करना चाहाते है तो आपको धनिया की खेती को बिज़नस का रूप में चयन कर सकते है | किउ की धनिया की बाजार में मांग बहुत जादा है, और धनिया एक निर्याद आइटम की रुप में माना जाते है| धनिया भारत से श्रीलंका, जापान, सिंगापुर, ब्रिटेन, अमेरिका और मलेशिया में निर्यात किया जाता है| इसलिए मार्केट में बेचने में इसका कोई समस्या नही होता | आप आगर धनिया की खेती की बिज़नस करना चाहते है आप एक सफल ब्यापारी हो सकते है |
धनिया की खेती करके आप लाख कामइ करे ( Benefit of Coriander Farming in Hindi)
आप अगर धनिया की सही तरिका से खेती करते है तो खेती करके लाख का कामाई करना कोई बढ़ा बाद नही है | किउकी धनिया की कीमद बाकी सब्जी से साल भर बहुत जादा रहेते है और इसका फार्मिंग करने के लिए बभुत जादा जागा का जरुरत नही है| और बाजार में इसका डिमांड कोई शेष नही है | आपको केबल वैगानिक तरीको से फार्मिंग करना पढ़ेगा|
धनिया की खेती के लिए जलबायु ?(Climate of Coriander Farming)
धनिया की खेती शुष्क और शीतल मौसम की स्थानों में आछे होते है | बहुत जादा बारिश की जरुरत नही पड़ती | 25-26 डिग्री सन्त्रिग्रेड तापमान में धनिया का बिज की अंकुरण आछे से होती है| धनिया ठंडी मौसम में होती है इस लिए पाला के समय इसका फूल और फल को बहुत नुक्सान होते है | लम्बी समय के लिए नलाइट में इसका फसल आछे होते है|
कोनसा मौसम धनिया की खेती की बिज़नेस के लिए आछा है ?( Season and Time of Coriander Farming in Hindi)
धनिया लम्बी समय का फसल है, मार्च का माहिना से सेप्टेम्बर से पहेले तक धनिया को बुयाई कर सकते है | इसका पत्ते दिसेम्बोर और जनुयारी में सबसे आछे होते है |
धनिया की खेती का बिज़नेस के लिए मिट्टी कोनसा आछा है?( Soil of Coriander Farming in Hindi)
धनिया की खेती का बिज़नेस के लिए दोमोट मिट्टी सबसे आछी है| जिस मिट्टी बहुत जादा कार्बोनिक है उसी मिट्टी में धनिया बहुत आछा होते है | धनिया का खेती में जल निष्कासन का प्रबन्धन आछा होना चाहिए | अगर मिट्टी में जल जम जाता है तब उस मिट्टी में पौधा नस्ट हो सकते है| और धनिया लम्बा समय का फसल है इस लिएय खेत को तैयार करने में जादा ध्यान देना चाहिए | धनिया जादा आम्लीय और जादा खारिय में आछी नही होते , आछी फलन के लिए मिट्टी का PH परिख्सा करना जरूरी होता है | PH 5.5-6.5 होने से सबसे आछे होता है |
धनिया की खेती का बिज़नेस के लिए धनिया की उन्नत किस्में (Varieties of Coriander Farming in Hindi)
भारत में कई किस्म की धनिया का खेती होता है | धनिया का अधिक पहन लेने के लिए उन्नत किस्मे का चयन करना जरुरी है|
हाइब्रिड धनिया का बीज ( Hybrid Coriander Seeds in Hindi)
नाम | फार्मिंग का समय(दिन) | उत्पादन Qt./ Hac |
आर सी आर41 | 130-140 | 9-10 |
हिसार सुगंध | 120-130 | 19-20 |
कुंभराज | 115-120 | 14-15 |
आरसीआर 436 | 90-100 | 11-12 |
आरसीआर435 | 110-130 | 11-12 |
जी सी 2(गुजरात धनिया 2) | 110-115 | 15-16 |
आरसीआर446 | 105-125 | 12-13 |
पंत हरितमा | 120-125 | 15-20 |
पंत हरितमा | पंत हरितमा | पंत हरितमा |
जे डी-1 | 120-125 | 15-16 |
आर सी आर728 | 125-130 | 14-15 |
धनिया की बुवाई का समय
धनिया के खेती के लिए , बुयाई का समय ओक्टोबर से नवम्बर तक अच्छा है, बुयाई का समय ओधिक तापमान न होने से अंकुरण अच्छा होते है. पला अधिक परने से अंकुरण में नुकसान हो सकते है . इसलिए बुयाई के समय तेम्परेचार देख ले. अभी का समय बहुत सारे हाइब्रिड बिज बाजार में मिलता है हो गर्मी का समय बहुत ही आछे होते है .
धनिया की खेती का बिज़नेस के लिए धनिया की खेती में खाद की प्रयोग ( Pesticides of Coriander Farming in Hindi)
धनिया एक लम्बी समय का फसल है इस लिए खाद का इसमें जादा नजर राखना चाहीइ | 1 हेक्टर जमिन पे तकरीबन 250-300 कुइंतल सड़ी हुई गोबोर और कम्पोस्ट खाद को जमीन पे मिक्स करना चाहिए | रासायनिक खाद के लिए नाइट्रोजन `50 किलोग्राम, पोटाश 20 किलोग्राम और 30 किलो फास्फोरस का ब्यबस्था करना पड़ेगा | इस सारे खाद में से पतास और फोस्फोरस को रोपण के समय देना परेगा | और नाइट्रोजन का 50 % रोपों के समय और बाकी नाइट्रोजन का आधा 40 दिन के बाद और आधा 80 दिन के बाद देना पड़ेगा | का अगर सही से सारे बीसी के ऊपर नजर दिया जाए तब अदरक की का फसल फलन आची मुनाफा देते है |
धनिया की खेती का बिज़नेस के लिए बीज का प्रबंध ( Seeds of Coriander Farming in Hindi)
हर सब्जी का खेती के लिए बीज बहुत जादा कीमत राखते है | धनिया की खेती के लिए आछा किस्मे की बिज चयन करना चाहिए जो आपका छेत्रा का उपयोगी | धनिया की खेती में धनिया की बिज को बुयाई जाता है | बिज को उपचार करने के बाद ही बुयाई किया जाता है | एक हेक्टर खेत के लिए 20-25 केजी बिज की जरुरत है |
धनिया की खेती का बिज़नेस के लिए जमीन तयारी (Coriander Farming Land Preparation in Hindi)
धनिया की खेती के लिए जमीन को आछे से जुताई करना पड़ता है , किउ की धनिया चोह्ता पौधा होता है जमीन ना भुर भुरा होने का जरुरत है| अदरक का खेती के लिए जमीन को 2-3 बार जुताई करना पड़ता है| जिसे मिट्टी का बहुत भुरभुरा टाइप का हो जाए | आब 1mitar चोराई का और 30cm उचाई का बेड बानाना चाहिए | दो बेड का अन्दर 50cm का दुरी होना चाहिए | सिचाई के लिएय दो बेड का अन्दर का जगा उपयोग कर सकते है| लेकिन बरसा का समय छोरके आप दीप इरिगेसान का बंद बोस्ट कर सकते है | पौधा का निमातोद का बिमारी से बाचने के लिए सफेद तान्स्पेरेंच्य पोलीथिन का शीत ढाक के 40 दिन सनलाइट देके सोलारैजेसन प्रक्रिया उपयोग करना चाहिए|
धनिया की खेती में रोपाई कैसे करे ? ( Planting of Coriander Farming in Hindi)
धनिया की खेती के लिए जमीन तैयार होने के बाद रोपाई किया जाता है | धनिया की बीज को हातो से हल्का रगड़नेसे बिज को दो भागो में भाग हो जाते है | रोपाई से पहेले बीज को सही से परिसुध करना जरुरी है | इस लिए अदरक की बीज/प्रकन्द को मेन्कोजेब 3gm / liter जल में देके बीज को 30 मिनिट परिसुध किया जाता है| उसके बाद बेड में छोटा छोटा खुदाई करके मिट्टी अन्दर बीज को दिया जाता है | बीज के उपर कम्पोस्ट देना जरुरी है और उसके उपर एक पातला मिट्टी का लेयर देना जरूरी है |
धनिया की खेती में खरपतवार के लिए माल्चिंग (Mulcting of Coriander Farming)
धनिया की खेती में मल्चिंग बहुत जरुरी है | मल्चिंग के रूप में पहेले हरे पात्ता,धान की पात्ता दिया जाता है| इसमें बारिस में मिट्टी का खय नही होता और मातम/ खरपतबार को रोध किया जाता है |
धनिया की खेती की सिचाई (Irrigation of Coriander Farming)
धनिया की खेती आधिक बारिश होने बाले खेत्र से मद्धम बारिस और कम बारिश होने बाले खेत्र में आछा होता है| रोपाई के बाद और अन्कुरोध्गम के बाध सिचाई के जरुरत होता है | पौधा निकालने के बाध 7-10 दिन के अन्दर में सिचाई करना जरुरी है| बारिस के समय छोरके के आप ड्रिप सिचाई का साहारा ले सकते है |
धनिया का खेती में खरपतबार प्रबंधन ( Shade of Coriander Farming in Hindi)
धनिया की खेती में खरपतबार को रोध करना पड़ता है| इस लिए प्रति 15 दिन का अंतराल में खरपतबार को खेत से निकालना पड़ता है|
धनिया की खेती का बिज़नेस में फसल कटाई ( Harvest of Coriander Farming In Hindi)
धनिया का रंग जब हरा-पीला हो जाता है और सुगंध प्राप्त होता है तब धनिया की कटाई करके छोटे-छोटे बण्डल बनाकर 1 से 2 दिन तक खेत में खुली धूप में सूखाना के लिए राख किया जाता है | बण्डलों को 3 से 4 दिन तक छाया में सूखाये या खेत मे सूखाने के लिए सीधे खड़े बण्डलों के ऊपर उल्टे बण्डल रख कर ढेरी बनावें| ढेरी को 4 से 5 दिन तक खेत में सूखने देवें|
धनिया की खेती का बिज़नेस में धनिया का भण्डारण (Coriander Storage in Hindi)
धनिया के भण्डारण के समय धनिया बीज में 9-10% नमी रहना चाहिए| धनिया बीज का भण्डारण कोमल जूट के बोरों में करना चाहिए| बोरों को जमीन पर तथा दिवार से सटे हुए नही रखना चाहिए| जमीन पर लकड़ी के गट्टों पर बोरों को रखना चाहिए| बीज के 4 से 5 बोरों से ज्याद एक के ऊपर नही रखना चाहिए|
धनिया की खेती गर्मियों में कैसे किया जाई ? (How Coriander can be grown in summer in hindi?)
ध)निया का खेती गर्मी का मसोम में वि किया जा सकता हे , लेकेन इसके लिए संरखित खेती की जरुरत है. पलिहोउस करके गर्मी के समय धनिया की खेती किया जा सकते है. गर्मी के महीनों के दौरान गर्म मौसम के कारण धनिया जल्दी फूल जाता है और पत्ते का विकास कम हो जाता है। इस समय धनिया की फसल 40 से 45 दिनों में पक जाती है।
धनिया की खेती की कामाई (Profit of Coriander Farming in Hindi)
एक एकर धनिया का खेती करने से धनिया का पात्ते और धनिया को बेच के 2लाख से जादा कामा सकते है| धनिया का फार्मिंग में आप पात्ते बेच के भी पैसा कामा सकते है और धनिया को शुखा के भी पैसा कामा सकते है|
Conclusion – आज इस आर्टिकल में हामने कोसिस किया धनिया की खेती का बिज़नेस के बारे में सारे जानकारी देने के लिए| अगर आपको और भी कुछ जानकारी की जरुरत होते है तो निचे कमेंट्स कर सकते है| भारत सरकार धनिया की खेती का बिज़नेस के लिए उत्साह दे रहा है भारत सरकार का ICAR का वेबसाइट में visit करके information ले सकते है |
FAQ
Q- धनिया की खेती के लिए एक हेक्टर खेत्र में कितना बिज का जरूरत है ?
Q. धनिया का खेती से कितना मुनाफा किया जा सकता है ?
Q. धनिया की खेती में खरपतवार नाशक के लिए क्या इस्तेमाल करेंगे ?
Q. धनिया की खेती क्या गर्मियों में किया जा सकते है ?
Q धनिया की खेती में कितना मुनाफा हो ता है ?
Q धनिया की बुवाई का समय
और भी पढ़े –
बेबी कॉर्न की खेती का बिजनेस कैसे करे?
जापानी बटेर की फार्मिंग का बिज़नेस कैसे करे?”
काला अदरक की खेती की बिजनेस कैसे करे?
बैंगन की खेती की बिजनेस कैसे करे?
कोजागरी लक्ष्मी पूजा कैसे मनाया जाता है 2021?
बंगाल की प्राचीन ग्रामीण दुर्गा पूजा
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2021 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन|