Cricket में DRS का full Form क्या हे? Cricket में DRS का उपयोग केसा होता हे? इस Article में cricket का एक नई rules DRS का बारे में चर्चा करेंगे |
आप cricket देकना पसंद करते हे, तब अप्पको अगर क्रिकेट का सारे नियम का बारे में पता हे तब आपको DRS का बारे में पता होगा, अगर DRS का बारे में आपको पता नही हो ता आज का आर्टिकल आपके लिए बहुत इ उपयोगी होगा, केसे DRS नियम का इस्तेमाल करके Umpire का सिधांत को challenge करते हे| हल ही में इस DRS का कुछ नियम को UPGRADE किया गया हे , इससे एये RULES और भी बहुत जादा strong हो गया हे| कुछ cricket expert ने इस नियम का समालोचना भी किया हे | इस article को पूरा अंत तक पढ़िये गा , बहुत सरे information आपको मिलेगा |
Cricket में DRS का full Form क्या हे? ( What is full form of DRS ) ?
Cricket में DRS का full Form हे – Decision Review System, इसको आप अंपायर रिव्यु डिसिशन सिस्टम और Umpire Decision Review System भी बोल सकते हे |
Cricket में DRS का प्रोयोग केसे होता हे ( Process of DRS) ?
जब किसी टीम को लगता हे अंपायर का decision सही नही हे , तब उस टीम अंपायर को अपने हटो से ‘T’ मार्क बनाकर DRS नियम लाभ उठा सकते हे| किन्तु अंपायर का निर्णय देने के 10सेकंड के अन्दर आपको DRS का मांग करना परेगा, नही तो टीम इस नियम का लाभ नही ले पाएंगे | इसके बाद थर्ड अंपायर इस निर्णय का समीक्षा करेंगे और अंतिम निर्णय लेंगे |
कितने बार एक टीम DRS का उपयोग कर सकते हे (How many time a team can use DRS)?
ICC (International Cricket Council) के नियम के अनुसार हर टीम एक टेस्ट मैच में २ बार Unsuccessful DRS का प्रयोग कर सकते हे , और ओने डे मैच में केबल १ बार Unsuccessful DRS का प्रयोग कर सकते हे |
कोण कोनसा क्रिकेट में DRS नियम का उपयोग होता हे ( which type of cricket used DRS)?
आभी के समय में सबी प्रकार का क्रिकेट में DRS का नियम चालु हे, सुरुआत में टेस्ट क्रिकेट में चालू हुआ था , उसके बाद एक दिबसी क्रिकेट में चालू हुआ, और आबी T-20 क्रिकेट में भी DRS का नियम चालू हे |
कब से Cricket में DRS नियम लागु हुया ( From which year DRS System introduce in Cricket) ?
- 2008 साल में भारत और श्रीलंका का टेस्ट श्रंखला में Cricket में DRS का नियम पहेली बार परिक्शामुलक रूप में चालू हुआ था |
- 2009 New Zealand – Pakistan टेस्ट श्रृंखला से ICC ने सरकारी रूप में Cricket में DRS नियम को लागु किया|
- एक दिबसि क्रिकेट मे 2011 January में इस नियम चालू हुआ.|
- T-20 क्रिकेट में 2017 October से इस नियम चालू हुआ
DRS में कोण सा Computerize टेक्नोलॉजी उपयोग होता हे ( Which Computerize technology used in DRS )
अगर DRS का आबेदन आया तब तीसरे अंपायर को निर्णय लेना परता हे , मेररन में मजूद अंपायर जो सिधांत लिए हे ,उस सिधांत सही येआ गलाद , उसलिय तीसरे अंपायर को रिप्ले सिस्टम उपयोग करना परता हे | साधारण रूप में तिन प्रकार का टेक्नोलॉजी को उपयोग करके तीसरे उम्पायर निर्णय लेते हे |
हॉक-आई तकनीक (hawkeye cricket technology)
जब अंपायर कोई Batsmanल को L .B. W. आउट देते हे , और Batsman उस निर्णय को नहीं मानता तब तीसरे अंपायर हॉक-आई तकनीक का इस्तेमाल करते हे | इस तकनीक में देखा जाता बल पेढ में लगने बाद स्टाम्प में जाएगा की नही जाएगा, इसको बल ट्रैकिंग तकनीक का मदत से किया जाता हे |
हॉट-स्पॉट तकनीक (hotspot technology in cricket)
इस तकनीक में इंफ्रा-रेड इमेजिंग सिस्टम के मदद का इस्तेमाल किया जाता है, जाहा पे बल आघात करता हे उप जगा में सफेद हो जाता हे , और बाकि जगा ब्लैक रंग की हो जाते हे , इसको उपयोग करके बल बेट या पेढ में आघात किया जान सकते हे |
स्निकोमीटर तकनीक (snickometer in cricket)
इस तकनीक में बल बेट और पेढ में आघात किया उसका निर्णय सुनके लेना परता हे, sound के मदत से इस निर्णय को लिया जाता हे |
‘आम्पयार कल’ का नाम पे नइ DRS का नियम चालू हुआ हे |
अंपायर कॉल’ नियम (umpire’s call rule)
DRS में आब अंपायर कप कस नियम जन ली जिए, DRS तकनीक लेने के बार अगर तीसरे अंपायर या स्तिर नेही कर पा ता batsman आउट हे की नही , तब तीसरे अंपायर मैदान ने मजूद अंपायर का निर्णय को सही मन ले ते हे | इसको आम्पयार कल बोला जाता | किन्तु इसमें review लेने बलि टीम का एक review नस्ट हो जाती हे | 2017 साल सी इस नियम को परिबर्तन किया गया| अगर DRS में अंपायर कल हुआ तब review लेनी बलि टीम का एक रिव्यु नस्ट नही होगा |
Cricket में DRS नियम को लेके बिबाद (DRS Controversy)
Cricket में DRS नियम लागु हुआ था , अगर अंपायर कोई गलाद निर्णय को फिर से re-check करने के लिए | किन्तु इस नियम को बहुत क्रिकेट एक्सपार्ट ने इसका बिरोध किया, सुरु के समय भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने इस नियम को इंकार किया था, Board ने vote भी नही दिया था |
Cricket में DRS नियम का नुकसान (Disadvantage of DRS)
Cricket में DRS नियम लागु होने साथ साथ अंपायर का फासला के साथ साथ उनका सम्मान में भी समी आने लागी | इस नियम टेक्नोलॉजी का खर्चा भी भुत जादा होती हे |
Cricket में DRS नियम का लाभ ( Benefit of DRS system )
Cricket में DRS नियम का सबसे जादा फायदा क्रिकेट प्रेमी को मिला , कोई खिलारी को अंपायर का कोई भी निर्णय गलाद लगा तो , तो उस निर्णय को फिरसे इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम का मदत से सही निर्णय पा सकते हे |
Conclusion – Article के हमलोग क्रिकेट का Cricket में DRS नियम के बारे में आपलोगको सारे जानकारी देने की कोसिस की | अगर इस आर्टिकल के उपर औ कोई नयी जानकारी चाहिए तो निचे comment बॉक्स में आप comments वेग सकते हे | अंत में ये बोल सकते हे क्रिकेट में DRS नियम का लागु होने के बाद क्रिकेट के लिए आछा ही हुआ |