पाबदा मछली पालन का बिजनेस कैसे करे? | Pabda fish farming business in Hindi?

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पाबदा मछली पालन का बिजनेस कैसेकरे? pabda fish in hindi, पाबदा मछली का वैज्ञानिक नाम , पाबदा मछली खाने के फायदे, पाबदा मछली पालन करने में क्या लाभ है ?

पाबदा मछली पालन का बिजनेस कैसेकरे? (Pabda fish farming business in Hindi?)

“पाबदा मछली पालन का बिजनेस कैसेकरे? “ अज का इस आर्टिकल में हमने आपको पाबदा मछली पालन का बिजनेस कैसे किया जाते है उसके बारे में बिस्तर से आलोचना करेंगे . . आप आगर पाबदा मछली पालन करना चाहते है तो , इस आर्तिक्ले के अंत तक पढ़े.

पाबदा मछली कैसे है ?(Pabda fish in hindi)

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पाबदा मछली

पाबदा मछली एक बहुत जनप्रिय मछली है , इसे बटर कैटफ़िश या ओमपोक पबडा के नाम से जाना जाता है. पाबदा मछली मीठे पानी की कैटफ़िश प्रजाति मछली है , इस मछली  भारत पाकिस्थान, बांलादेश और एशिया का कुछ देशो में पालन किया जाता है . भारत का लगभग सरे राज्य में इसका डिमांड बहुत जादा है, लेकिन जादा पालन न होने के बजे से बाजार में एस प्रकार के मछली को मिलाता नही है . किउके इसका पालन  करने का बिधि सबी मत्स पालक पता नही होता हे, और पाबदा मछली का बच्चा मिलना भी मुस्किल होता है. पाबदा मछली Carnivorous प्रजाति का मछली है . इसलिए एक मछली मछली को खा लेती है . पाबदा मच्छली बहत है हल्का बजन का होता है . इसका पातली होता है .

पाबदा मछली का वैज्ञानिक नाम –

Scientific Name: Ompok bimaculatus (Bloch, 1797) ·

English Name: Butter Catfish 

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पाबदा मछली

पाबदा मछली खाने के फायदे (Health benefits of eating Pabda fish in Hindi)

पाबदा मछली किसी भी परिबार के सभी सदस्य के लिए एक स्वस्थ आहार है . इसमें बहुत सारे खाद्य गुण रहेता हे. साधारण रुपमे बच्चा और बुजर्क आदमे के लिया इस मछली बहती आछा माना जाता है .

पाबदा मछली खाने से बहुत सारे फायेदा है   जेसे –

  • एय एक ओमेगा 3  का आछा सौसे है .
  • प्रोटीन से भरपूर
  • लो फट (low fat)
  • saturated fat बहती कम
  • शून्य कार्बोहाइड्रेट
  • कम कोलेस्ट्रॉल
  • शून्य सोडियम
  • 60% कैलोरी प्रोटीन से मिलता हे
  • 40% कैलोरी fat से मिलता हे
  • immunity power बहुत जल्दी ग्रो होता है .
  • बच्चा और बूढा आदमी के लिए एय एक बहुत आसे खाना माना जाता है .
  • पाबदा मछली  खाने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर कम होता है.
  • पाबदा मछली खाने से heart की समस्याओं को कम करने में भी मदद करता है,
  • triglyceride का स्तर को कण्ट्रोल में राख्ने का कोसिस कोरते है,
  • blood pressure को भी नियंत्रित करता है
  • पाबदा मछली में ओमेगा -3 फैटी एसिड जादा मात्रा में रहेता है  इसलिए  हमारे इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है पाबदा मछली में ज्यादा fat नहीं होता है।
  • पाबदा मछली बहुत जादा एक  प्रोटीन का स्रोत है.
  • पाबदा मछली में ओमेगा-3,  ओमेगा-6 फैटी एसिड, विटामिन और मिनरल बेहतरीन मात्रा में मिलता हे.

पाबदा मछली पालन करने में क्या लाभ है ? (What are the benefits of farming Pabada fish in Hindi?)

आप आगर पाबदा मछली पालन करेंगे तो आपको बहुत सारे लाव मिलेगा –

  • पाबदा मछली बहुत लोकप्रिय है और इसका बाजार मूल्य बहुत अधिक है .
  • पाबदा मछली  का अच्छे मांस और नरम मांस बनावट, इसका शरीर  बहुत चमकदार होता है .
  • बाकि बहुत सारे मछली से इसका बाजार मुल्य बहुत जादा होता है . इसी कारण आप इस प्रकार का मछली से जादा मुनाफा ले सकते है.,
  • पाबदा मछली आमतौर पर ताजा या बर्फ संरक्षित करके भी बेची जाती है, इसी कारण इसी प्रकार का मछली को आप दूसरा राज्य में आसानीसे बेचने के लिए भेज सकते है .

पाबदा मछली पालन कैसे करे? (How to do Pabada fish farming in Hindi?)

पाबदा मछली का पालन साधारण रुपमे तालाबों में कुछ अन्य कार्प मछली प्रजातियों  का मछली के साथ जैसे रुई, कतला और मृगल के साथ पालन किया जाता है . लेकिन  आप आगर केबल पाबदा  मछली का पालन तालाबों में में करेंगे तो आपको लाभ जादा मिल सकता है.  आप अगर ब्याबसयिक रूप में फार्मिंग करना चाहते है तो आपको पाबडा मछली को अन्ने मछली के साथ नही करना चाहिए.

 पाबदा मछली पालन कैसे करे? (How to do Pabada fish farming in Hindi?)

ब्याबसयिक (commercially) रुपमे आगर पाबदा मछली का पालन करना चाहते हे तो आपको इसके लिए कुछ बिसय के उपर नजर राखना पढ़ेगा जैसे –

सही स्थान चयन

  • आप अगर व्यावसायिक रूप से पाबदा मछली का पालन करना चाहते है तो उसके लिए आपको एक अच्छी स्थान  का चयन करना बहुत जरूरी है. जिस शान पे आप पाबदा मछली का पालन करण चाहते है – उस स्थान जितना सम्भब  प्रदूषण मुक्त रखने कोसिक करना चाहिए , पूर्ण सूर्य की पहुंच और जमीं समतल  हना चाहिए .
  • भारी वर्षा वाले क्षेत्रों को ना बचना  करना चाहिए।
  • व्यावसायिक रूप से पाबदा मछली का पालन करने के लिए साइट कम से कम एक एकड़ क्षेत्र  होने से आछा है .  छोटे पैमाने पर उत्पादन  करने के लिए आप छोटे जमीन भी ले सकते है .

पाबदा मछली का तालाब का डिजाइन कैसे होगा ?

  • साइट का चयन करने के बाद आपको तालाब के डिजाइन और निर्माण के साथ शुरुआत करना चाहिए .
  • पाबदा मछली का तालाब  आप आपका जमीन के उपट राउंड, आयत बना सकते है .
  • तालाब के किनारा सही करके करना चाहिए , किनारा हो  सके तो प्लास्टिक पेपर से माल्चिंग करना चाहिये .
  • आज का दिन में मछली पालन प्लास्टिक, फाइबर,  कंक्रीट के तालाब में भी होता है। उस के साथ साथ बहुत सारे मछली पालक जादा मात्रा में उत्पादन के लिए  बायोफ्लोक मछली पालन प्रणाली का उपयोग करके छोटे प्लास्टिक या कंक्रीट टैंक, फाइबर या तिरपाल तालाब में पाबडा मछली का पालन क्र रहे है .

बायॉफ्लोक विधि में मछली पालन कैसे करे?

तालाब का प्रस्तुती

  • पाबदा मछली का तालाब तैयार करना अपेक्षाकृत कठिन काम है। अगर आपके  तालाब पुराना है तो उसे शुरू में एक मोटर पंप का उपयोग करके  सारे पानी सुखा के सारे पुराना मछली और जलीय किढ़े मोकोढ़े को हटाने की जरूरत है।
  • उसके बाद 7-10 दिन तालाब को धुपमें शुखाना चाहिए .
  • तालाब का मिट्टी का PH सही राख्ने के लिए , मिट्टी का PH को टेस्ट करना चाहिए .  पीएच के सुधार के लिए तालाब में  चूना 250-300 किग्रा/हेक्टेयर की हिसाब से देने  होगा .
  • मिट्टी का PH 7- 7.5 के बीच होना चाहिए।
  • तालाब का पानी का गहराई  1.5 मीटर तक होने से आछा है .
  • बोरवेल का पानी होने से सबसे आची है.
  • तालाब को प्राकृतिक रूप से खाना से भरपूर करने के लिए आपको प्लैंकटन बनाना चाहिए . इसके लिए आर्गेनिक  खाद और रासायनिक खाद डालना महत्वपूर्ण है।
  • तालाब में पानी भरने के बाद , तालाब में चूना, कच्ची गाय का गोबर, यूरिया, और सिंगल सुपरफॉस्फेट को : 300 किग्रा / हेक्टेयर, 2000 किग्रा / हेक्टेयर, 25 किग्रा / हेक्टेयर, और 30 किग्रा / हेक्टेयर की हिसाब से डालना पढ़ेगा.
  • इसके बाद 10-15 दिन के बाद तलब के पानी का रं हर हो जाएगा .
  • आभी आपका तालाब बाच्चा छोर्हने के लिए रेडी है .

पाबदा मछली का बिज और बच्चा

पाबदा मछली के पालन के लिए सीड या  मछली के बच्चा बहुत महत्पूर्ण होता है . प्राकृतिक  रुपमे इस मछली का बिज  मिलता हे , लेकिन ब्याब्सयिक हिसाब से पाबदा पालन के लिए आपको कोई आछे सप्लायर से बाद करना पड़ेगा, भारत में कोलकत्ता में बहुत सारी आच्छे आच्छे  बिज सप्लायर होता है . उहसे आप बाद कर  सकते है. आप जाहा से भी बिज लीजिए मनमे रखिये गा बिज का साइज कम से कम .5-1 gm  हना चाहिए. नेहितो बिज लाने के बाद आपको समस्या हो सकते हे .

तालाब में बिज स्टॉकिंग .

  • .5-1 gm का बिज को 10000/ हेक्टर के शिसब से तालाब का स्टॉक करें।
  • बिज सुबह या सैम  के समय स्टॉक करें।
  • लेकिन  बिज को अगर पहेले नर्सरी पंड में छोड़ के फिंगरलिंग किया जाये और इसके बाद बढ़ा तालाब में छोड़ा जाये तो मछली का ग्रोथ बहुत आची से होता है .
  • जादा हाई स्टोक में पाबदा मछली अच्छा नही होता .
  • होर सात दिन के अन्तराल में आपको बिज का सम्प्लिंग करके कितन बढ़ा हुआ ओ देखना होगा और उसका रेकर्ड रखना होगा.

पाबदा मछली का फीडिंग (Pabbada Fish Feeding in Hindi)

आछा ग्रोथ के लिय फीडिंग के उपर जादा जंजर देना पड़ेगा . पाबी की उपरी भाग में इस प्रकार की  मछली भोजन ग्रहण करती है। पाबदा मछली  सर्वाहारी हैं. इस परिकर की मछली  प्रोटोजोआ, जलीय कीड़े, काई आदि खाते हैं। इसके साथ साथ इस मछली के अन्य पूरक बाजार की  फ्लोटिं मछली फ़ीड भी खिला सकते है .

इस मछली का खाने के लिए विभिन्न फ़ीड सामग्री का उपयोग क्र सकते हे , जेसे  चावल की भूसी, सरसों के तेल की खली, बादाम की तेल की खली, सोयाबीन की तेल की खली .

पाबदा मछली पालन में पानी की पेरामीटर (Water Parameters in Pabda Fishing in Hindi)

पाबदा मछली का पालन में जल गुणवत्ता मानदंड की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। फार्मिंग शुरू होने के बाद आपको पानी पेरामीटर पीरियड बेसिस में मोनिटरिंग करना पढ़ेगा .

निचे  पानी का पेरामीटर  देख ले –

DO –  4-8ppm (parts per million)

Temperature  – 28-32  C ( Ideal)

PH – 6.5-8.5

Alkalinity  – 50-300 mg /lit ( ideal)

Ammonia  – 0 – 0.5 mg / lit

No2 (Nitrite ) <1

No3 ( Nitrate) <100

पाबदा मछली की बेचना

आम तौर पर पाबदा  मछली को तालाब में रखhttps://www.youtube.com/watch?v=7nqs-P7SD1sने के 8-9 महीने के बाद मछली बेचने लायेक 100gm की हो जाते हे .  लेकिन अगर आपको लगता है कि बाजार की मांग और वांछित आकार आपके पक्ष में है तो आप किसी भी समय मछली की कटाई कर सकते हैं।

पाबदा मछली पालन में लाभ कितना होता है ?( What is the profit in Pabda fish farming in Hindi?)

सही तरीका से पाबदा मछली पालन किया जाये तो लाभ का परिमाण बहुत आछा होता है . अगर एक हेक्टर का फार्मिं किया जाए तो इसमें खर्चा छोर के 9-10 लाख तक मुनाफा ले सकते है .

FAQ

Q. पाबदा मछली कोण सा पानी में रहेता है ?

Ans. पाब्दा मछली मीठे पानी में रहेता है .

Q. पाबदा मछली खाने पे क्या लाभ मिलता है ?

Ans. – पाबदा मछली खाने पे बाहुत सारे लाभ मिलता है , जैसे – ओमेगा 3  का आछा सौसे है .
जादा प्रोटीन , लो फट (low fat), saturated fat बहती कम, शून्य कार्बोहाइ

पंगास मछली पालन की बिजनेस कैसे करे?

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